Saturday, April 14, 2018

रोहिंग्या आतंकवादियों ने हिन्दू महिलाओं का जबरदस्ती करवाया धर्म परिवर्तन


Zee News ने म्यांमार में उन हिन्दू महिलाओं से बात की है जिनका अपहरण रोहिंग्या आतंकवादियों ने कर लिया था । रोहिंग्या आतंकवादियों ने इन महिलाओं पर अत्याचार किए और उनका जबरदस्ती धर्म परिवर्तन करवाया । म्यांमार के रखाइन प्रांत में जब रोहिंग्या आतंकवादियों और म्यांमार की सेना के बीच लडाई चल रही थी । तभी रोहिंग्या आतंकवादियों ने रखाइन के एक ऐसे गांव पर हमला किया था जहां ८०० से ज्यादा हिन्दू रहते थे । लगभग ५०० रोहिंग्या आतंकवादियों ने हथियारों के साथ इस गांव पर हमला किया और लोगों को चुन-चुन कर मारा ।
पिछले वर्ष Zee News ने रखाइन प्रांत में हिंसा से प्रभावित इलाकों में जाकर Ground Reporting की थी । तब पहली बार दुनिया को ये पता चला था कि रोहिंग्या आतंकवादियों ने किस तरह हिन्दुओं की हत्या करके उनके परिवार की महिलाओं का अपहरण कर लिया था । इन महिलाओं के सिंदूर को पोंछ दिया गया । इनकी चूडियों को तोड दिया गया और इन्हें बुर्का पहना दिया गया ताकि इनकी पहचान ना हो सके । रोहिंग्या आतंकवादी इन हिन्दू महिलाओं को कैद करके अपने साथ बांग्लादेश और म्यांमार की सीमा के पास ले गए थे ।
इसी दौरान कुछ संगठनों की मदद से म्यांमार की सेना को ये जानकारी मिली कि Camps में कुछ हिन्दू महिलाओं को कैद करके रखा गया है । इसके बाद म्यांमार की सरकार ने बांग्लादेश की सरकार से बात करके किसी तरह इन ८ महिलाओं को आजाद करवाया । बताया जा रहा है कि, रोहिंग्या आतंकवादियों की क़ैद में ऐसी और भी महिलाएं हो सकती हैं । आतंकवादियों ने इन महिलाओं के सामने ही इनके परिवार के पुरुष सदस्यों को मार दिया था । इन महिलाओं ने अपनी आंखों के सामने अपने सगे-संबंधियों का क़त्ल होते हुए देखा है । ये महिलाएं आज बहुत दुखी और परेशान हैं । इनका अब कोई सहारा नहीं है । और इसीलिए ये महिलाएं अब म्यांमार और भारत की सरकार से मदद की उम्मीद कर रही हैं ।
स्त्रोत : झी न्युज

Thursday, April 12, 2018

रोहिंग्या मुसलमानों पर नफरत फैलानेवाले संदेशों के लिए उठाएंगे कदम : जुकरबर्ग


रोहिंग्या मुसलमानों के लिए फेसबुक द्वारा उठाया जानेवाला यह निर्णय सराहनीय है । परंतु रोहिंग्याआें पर इतना दिल बडा करने के पहले रोहिंग्याआें के सत्यता की जांच भी फेसबुक करें तथा म्यांमार से पलायन के बाद रोहिंग्या मुसलमानों ने जहां पनाह ली है वहां का उनका बर्ताव पर भी फेसबुक एक बार अवश्य विचार करे । क्योंकी कुछ दिन पहले यही रोहिंग्याआें ने जम्मू-कश्मीर में अवैध सीमकार्ड के विषय में सत्य जानने गए २ पत्रकारों पर हमला किया था । तथा इन रोहिंग्या मुसलमानों की अनेक गैर कानूनी गतिविधीयों में संलिप्तता की बात भी सामने आ चुकी है ।
रोहिंग्या मुसलमानों के मुद्दे से भी कर्इ साल पहले से हिन्दू धर्म के विषय में नफरत फैलानेवाली बाते तथा हिन्दु देवी-देवताआें का अनादर करनेवाले पोस्ट फेसबुक पर प्रसारित की जा रही है । फेसबुक इस पर भी ध्यान देकर कोर्इ कदम उठाए यही हिन्दुआें की अपेक्षा है ! 
फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग पहली बार अमेरिकन संसद के सामने पेश हुए हैं !
डेटा लीक मामले में पूछताछ के दौरान फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ नफरत भरी बातें फैलाने में सोशल मीडिया की कथित भूमिका के संबंध में निपटने के लिए और कदम उठाने का वादा किया ।
सीनेटर पैट्रिक लीही के रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ बढते नफरत भरे बयानों में फेसबुक की भूमिका पर सवाल करने पर उन्होंने कहा, ‘‘म्यांमार में जो हो रहा है वह भयावह है . . . इससे निपटने के लिए कदम उठाने की आवश्यकता है !’’
लीही ने मुस्लिम पत्रकार की मौत का हवाला देते हुए कहा, ‘‘हाल ही में, संयुक्त राष्ट्र जांचकर्ताओं ने म्यांमार में संभावित नरसंहार को उकसाने में फेसबुक को दोषी ठहराया था !’’
इस पर जवाब देते हुए जुकरबर्ग ने कहा कि फेसबुक इस पर काम कर रहा है और म्यांमार में नफरत भरे बयानों से निपटने के लिए कई कदम उठा रहा है !
गौरतलब है कि ब्रिटेन की डेटा फर्म कैंब्रिज एनालिटिकाद्वारा फेसबुक उपयोगकर्ताओं का डेटा चोरी करने के मामले में जुकरबर्ग अमेरिकी संसद में पेश हुए थे । जुकरबर्ग ने सीनेट के सामने अपनी बात की शुरुआत डोनाल्ड ट्रंप के चुनावी अभियान से जुड़ी डेटा फर्म के ८.७ करोड़ यूजर्स से निजी जानकारी इकठ्ठा करने से रोकने में नाकाम रहने की जिम्मेदारी लेते हुए की ! इसके बाद उन्होंने अन्य सवालों के जवाब दिए ।
हालांकि जुकरबर्ग इससे पहले भी यूजर्स से कई बार माफी मांग चुके हैं परंतु यह उनके करियर में पहली बार है जब वह संसद के सामने पेश हुए हैं !
स्त्रोत : न्यूज 18