जीन मेहमानों से देश की सुरक्षा को खतरा हो एेसे मेहमानों की खातीरदारी करना सांप को दुध पिलाने जैसा है । आैर अगर रोहिंग्या हमारे मेहमान है तो कुछ दिन रहने के बाद मेहमान की तरह ही रोहिंग्यों को वापस अपने घर लौट जाना चाहिए !
नई देहली : केंद्र की मोदी सरकार में केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले ने रोहिंग्या मुस्लिमों को लेकर विवादास्पद बयान दिया है। आरपीआई चीफ रामदास आठवले ने कहा है कि, रोहिंग्या भारत के मेहमान हैं। जैसे मेहमान हमारे पास आते हैं और उनकी मदद की जाती है तो रोहिंग्या भी भारत में आए हैं, उनकी मदद की जा रही है। रामदास आठवले का ये बयान ऐसे समय आया है जब देश में असम के एनआरसी विवाद पर हंगामा हो रहा है।
मेहमान पर थोडा पैसा खर्च किया जा रहा है
रामदास आठवले ने कहा है, ‘’भारत मानवाधिकार धर्म निभा रहा है। (जब वर्ष १९९० में कश्मीरी हिन्दुआें को विस्थापित होना पडा तब देश ने मानवाधिकार धर्म क्यों नही निभाया ? – इसलिए भारत के लोगों को तकलीफ होने का कोई विषय नहीं है। मानवता के आधार पर रोहिंग्या मुस्लिमों की मदद की जा रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘’देश के नागरिकों का विषय नहीं है। देश के नागरिकों का पैसा सरकार के पास होता है। दूसरे लोगों को ज्यादा तकलीफ न देते हुए अगर कोई मेहमान आ रहा है तो उस पर थोडा पैसा खर्च किया जा रहा है।’’
रोहिंग्या भारत सरकार की जिम्मेदारी नहीं
हालांकि रामदास आठवले ने यह भी कहा है, ‘’रोहिंग्या भारत सरकार की जिम्मेदारी नहीं है। (जिम्मेदारी नहीं है तो उन्हे देश में पनाह देने की आवश्यकता ही क्या है ? परमानेंट रोहिंग्या को भारत में रखने का विषय नहीं है। अभी टेंप्रेरी उनकी मदद की जा रही है। रोहिंग्या म्यांमार से आए हैं। अगर वह मूल तौर पर बांग्लादेशी हैं तो बांग्लादेश को उनको अपनाना चाहिए।’’
स्त्रोत : एबीपी न्युज
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